नामदेव की Ram Katha | Ram Navami 2024 | Jai Shri Ram Story
एक गांव में एक गरीब लड़का रहता था! उसका नाम नामदेव था! नामदेव के माता पिता एक सावकर के यहाँ चाकरी करते थे! उनको ऐसा लगता था की, जैसे हम अनपढ़ रह गए वैसे ही हमारा लड़का भी अनपढ़ न रह जाये! इसी लिए नामदेव के माता पिता सावकर के कारखाने के चाकरी करते थे और नामदेव को स्कूल में भेजते थे!
Ram Katha | Ram Navami 2024 | Jai Shri Ram Story उनको लगता था की, हमरा नामदेव पढ़ लिख कर बड़ा अफसर बनेगा! पर नामदेव को पढ़-लिखने में कोई रस नहीं था! नामदेव स्कूल में जाता था ! पर अपनी उपस्थिति दिखाकर वापिस आ जाता ! पर नामदेव घर ना जाते हुए ! पास में ही श्री राम का मंदिर था ! उसी जगह नामदेव कीर्तन, भजन करने आ जाता था!
नामदेव की आवाज से तो तीनो लोग उसके भजन में खो जाते थे! नामदेव की श्री राम के ऊपर की भक्ति देख उसको हनुमान जी ही समझने लगे थे! क्यों की श्री रामजी की, ऐसी भक्ति तो सिर्फ उनका परम सेवक हनुमानजी ही करते थे! जब गांव वाले नामदेव की, प्रशंसा करते तो नामदेव को बहुत आनंद होता था!
नामदेव की गलती - Jai Shri Ram Story
कीर्तन ख़त्म होने के बाद नामदेव घर आता है! घर आते ही दरवाजे से ही देखता है तो क्या? नामदेव के माता पिता नामदेव की और ग़ुस्से से उसकी और देख रहे थे! पास में ही नामदेव के गुरूजी बैठे हुए थे! नामदेव को तुरंत समज आता है की, माता पिता क्यों नाराज है! नामदेव घर में पाव रखते ही नामदेव के पिता नामदेव के मारने लगते है!
यह दृश्य देख गुरूजी घबरा जाते है! और वहा से चले जाते है! दूसरे दिन नामदेव के माता पिता नामदेव को अपने पास बिठा के बड़े ही प्यार से उसको समजते है की, नामदेव तुम स्कूल में नहीं गए तो, तुम्हे अच्छी नौकरी नहीं मिलेगी ! उसके लिए तुम्हे बहुत पढ़ना पड़ेगा!
माता पिता के समजानेसे नामदेव स्कूल में रेगुलर जाने लगा! पर स्कूल छूटने के बाद नामदेव की भक्ति उसे मंदिर में खींच के ले जाती! उसके बाद नामदेव ने रेगुलर अपना स्कूल और श्री राम की भक्ति साथ साथ करने लगा! नामदेव के माता पिता को नामदेव की, पूजा-पाट और भक्ति देख आश्यर्य होता था!
अटूट श्रद्धा - Ram Navami 2024
बाद में बरसात के दिन और ठण्ड के दिनों में भी नामदेव ने अपनी श्री राम के ऊपर की, भक्ति नहीं छोड़ी! ये देख श्री रामजी को बहुत प्रसन्नता हुई! नामदेव की स्कूल की, छुट्टिया चालू हुई! उस छुट्टियों में नामदेव को रामजी की, सेवा करने का बहुत ही बड़ा अवसर मिला ! पर बरसात और ठण्ड में नामदेव ने जो पूजा पाट और भक्ति की, थी!
उस वजह से नामदेव बहुत बीमार हो गया था! और चलने के लायक नहीं रहा! नामदेव के इस कठोर तप की वजह से नामदेव के माता पिता चिंता में पड़ गए थे! क्यों की, स्कूल चालू होने में थोडासा ही समय रह गया था! पर नामदेव के भक्ति पाठ से नामदेव में सुधार होने लगा था!
ये सब चमत्कार गांव वाले देख रहे थे! उसके बाद गांव वालो ने नामदेव को श्री रामजी का परम भक्त मान लिया! बाद में गांव में नामदेव, नामदेव संत के नाम जानने लगा! (Ram Katha | Ram Navami 2024 | Jai Shri Ram Story) कुछ सालो के बाद में नामदेव ने अपनी पढाई पूरी कर ली और नामदेव बी.ए पास हो गया! ये सब देख कर नामदेव के माता पिता बहुत अभिमान हुआ!
लोगो ने नामदेव को संत की, पदवी देने के बाद नामदेव गांव में और उसके आस-पास के खेड़ो में कीर्तन करने लगा! नामदेव कीर्तन के माध्यम से लोगो को देवो की, शक्ति का और प्यार का वर्णन करता था!
ऐसा पूरा जीवन नामदेव ने श्री रामजी के चरणों में समर्पित कर दिया!
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