नंदनी की शादी शुदा जिंदगी की कहानी - The Married Woman
The Married Woman | विवाहित जीवन की असली सच्चाई | शादी हुई लड़कियों की परीक्षा हार गांव कसबे और तो और शहरों में नहीं नहीं बोलते बोलते पूरी दुनिया में लड़कियों की परीक्षा याने की उनपे होने वाला अत्याचार होने लगा है। ऐसा ही लड़कियों पर अत्याचार होता रहा तो दुनिया का अर्थ ही बदल जायेगा!
एक गुजरती लड़की थी! उसका नाम नंदनी था! नंदनी के पापा ने उसकी शादी उन्ही के रिश्ते दारो में तय कर दी। अगले ही दिन नंदनी को देखने के लिए; लड़के के माता-पिता, उसकी बहन और ओ लड़का! ऐसा उनका परिवार आया! जब नंदनी के पापा ने नंदनी को चाय लेकर बहार आने को बोला तब अंदर से आवाज आई; आती हु पापा। नंदनी के बाहर आते ही सागर नंदनी को एक टक देखने लगा, और मन में ही नंदनी को पसंत कर लिया!
सागर की माँ याने की,वसुंधार देवी उनको भी नंदनी बहुत पसंत आई ! परंतु सागर के पापा ने नंदनी के पापा से कहा की, लड़की तो हमें पसंत है, पर दहेज़ में हमें ५ लाख रुपये और १० तोले सोना चाहीये! अगर आपको मंजूर है। तो ये शादी से हमें कोई ऐतराज नहीं!
पर नंदनी के पापा बैंक में एक साधारण शिपाई थे! नंदनी के पापा बोले की, में १० तोले सोना तो दे सकता हु; क्यों की, में नंदनी के शादी से पहिले से ही जमा कर रहा था! पर में आपको ५ लाख रुपये नहीं दे सकता; इतना सुनते ही सागर की, माँ वसुंदरा देवी। बहुत हुशार और मन से बहुत अच्छी थी।
वसुंधरादेवीने नंदनी के पापा से कहा की (The Married Woman) आप हमें हर महीने ३ हजार रूपये देंगे तो ये शादी हो सकती है! और हमारी तरफ से भी कोई हरकत नहीं होगी! वसुंधरादेवी की, ऐसा कहने से नंदनी पापा थोड़े चिंतित पड़ गए! क्यों की, नंदनी पापा को ५ हजार रुपये महीना था; लड़के की पढाई। पर नंदनी के पापा ने सोचा की, बेटे की पढाई थोड़ी देर से हो सकती है! पर लड़की को इनकार दे के निकल गए तो?
आजु-बाजु वाले लोग क्या कहेंगे! ये लड़की अच्छी है की, नहीं ! नहीं तो लड़की में कोई दोष तो नहीं। इसी लिए नंदनी के पापा ने तुरंत शादी के लिए हा कर दी; शादी की तारीख भी तय हो गई! थोड़े दिन में ही बड़े ही धूम धड़ाके में नंदनी और सागर की शादी हो गई! उसके बाद नंदनी उसके शादी शुदा जिंदगी में गुल-मिल गई!
नंदनी के पापा ने ४-५ साल पैसे भेजे; पर एक दिन नंदनी के पापा हार्टअटैक के कारण उनकी मृत्यु हो गई! इसी वजह से नंदनी और वसुंधरादेवी नंदनी के घर जाते है! कुछ दिनों बाद सागर नंदनी और माँ को लेके आता है! जब तक नंदनी के पापा पैसे दे रहे थे, तब तक तो सब कुछ ठीक था ! पर जब पैसा आना बंद हो गया।
MARRIED LIFE-विवाहित जीवन
तब से (The Married Woman) नंदनी का वनवास चालू हो गया। सागर के ऑफिस जाने के बाद; नंदनी का ससुर और उसकी ननद; नंदनी को बहुत सारा काम निकल के देते थे! अभी नंदनी अपने पापा के मरने का गम भी भूली नहीं थी; उससे पाहिले ही उसको दुःख देने का काम चालू कर दिया था! वसुंधरा देवी ये सब अपनी आखो से देख रही थी, पर कुछ कर नहीं पाती।
वसुंधराजी के खुद के काम हो जाने के बाद, वसुंधरादेवी नंदनी की मदत करने पोहच जाती थी! दोनों मिलके सब काम पूरा करने लगे। एक दिन नंदकिशोर देखते है की, वसुंधरा इसकी बहुत मदत कर रही है! दोनों सास बहु में बहुत ताल मेल है! इसी लिए नंदकिशोर वसुंधरादेवी को अपने बड़े बेटे मनुज के पास भेज देते है!
दूसरे दिन सुबहे नंदनी किचन में खाना बनाने की तयारी करने जा ही रही थी। तभी नंदनी की ननद उसको बुला लेती है! इधर नंदकिशोर किचन में आ के गैस की, स्विच ऑन कर देते है! और चले जाते है! इधर नंदनी पूछती है की, क्या हुआ दीदी; उसी वक्त जोर से चिल्ला के कहती है!
आज खाना जल्दी होगा की, नहीं! मुझे बहुत भूक लगी है! उसी वक्त (The Married Woman) नंदनी कहती है की, अभी बनाके देती हु! नंदनी किचन में जाती है। गैस चालू करने के लिए माचिस की तीली जलाती है। तीली जलते ही; गैस सिलेंडर फट जाता है, और नंदनी उस दुर्घटना में मर जाती है।
सागर को जब ये दुःखत घटना समझती है, तो उसे बहुत बड़ा झटका लगता है। इधर बड़े बेटे के पास वसुंधरा देवी को जब ये दुःखत घटना समझती है। उनके आखो से असू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे! नंदकिशोर और उनकी बेटी सपना (ननद) इन दोनों ने हत्या को दुर्घटना का स्वरुप दे दिया।
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आप और हम इसी तरह हत्या को दुर्घटना का नाम देते चले तो; एक दिन ऐसा आएगा की, उस जगह हमारी बेटी होती तो..., (The Married Woman) अपने भारत देश में कभी सासरे, तो कभी सास, कभी ननद, तो कभी पति परमेश्वर अपनी पत्नी को मारने को जरा भी नहीं झिझकते। ऐसे इंसानो को अभी नहीं रोका नहीं गया तो, ऐसी घटनाये होती रहेंगी! और मासूम लड़किया मरती रहेंगी!
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