Moral of the Three Little Pigs | मासूम नन्हे सूअर

Moral of the Three Little Pigs - मासूम नन्हे सूअर

एक जंगल में तीन मासूम नन्हे सूअर रहते थे। तीनो बहुत ही शरारती थे। ओ अपनी माँ को बहुत ही परीशान करते रहते थे। उन तीन्हो के नाम पहिला मिउ दूसरा टिव और तीसरा सिव ऐसे थे।

सिव, मिउ और टिव से ही बहुत शरारती था। ओ कभी दोनों भाईओ की नहीं सुनता। अपनी मर्जी से जो चाहे करता था। उसे कभी कोई नहीं बोलता क्यों की, सिव सबसे छोटा और माँ का लाडला था। उन तीन्हो की मासूमियत बहुत ही अद्भुत थी।


The Three Little Pigs

जंगल में वैसे तो बहुत जानवर थे। (Moral of the Three Little Pigs) पर ये तीन्हो की बात कुछ अलग थी। पूरा जंगल इन तीन्हो की शरारत से बहुत परीशान रहता था। पर उन तीन्हो की शरारत से पूरा जंगल खुश रहता था। उन मासूमो से जंगल और बाकी जानवर बहुत खुश रहते थे।

सिव हमेशा सभी जानवर को परीशान करता और वह से भाग जाता। दूर जा कर सभी की और देख हसने लगता था। एक दिन सिव और उसका खास दोस्त कछवा खेल रहे थे। खेलते-खेलते कछवा पिट के ऊपर गिर जाता है। कछवा सिव से कहता है की, अरे सिव मुझे सीधा तो कर।

सिव कहता है की, अरे कछ तू कभी खुद से सीधा हो नहीं सकता क्या? कछवा कहता है की अरे सिव कभी किसी की मदत कर दिया कर नहीं तो एक दिन तेरी मदत भी कोई नहीं करेगा। ये सुन के सिव कछ की मदत कर देता है।




सिव कछ से कहता है। कछ मै तो तुम्हारे साथ मस्ती कर रहा था मैं तो तुम्हारी मदत तभी कर देता पर मुझे ये देखना था की तुम मुझसे क्या कहोगे। इसी लिए में शांत बैठा था।

मिउ-टिव और सिव

एक दिन मिउ और टिव खेल रहे थे। (Moral of the Three Little Pigs) खेलते-खेलते मिउ और टिव एक बड़े - से गड्ढे में गिर जाते है। गिरनी की वजह से मिउ और टिव घबरा गए और डिरुव-डिरुव करने लगे। पर उस गड्डे के आस-पास कोई ना होने से दोनों को ये लगा की आज अपना सब ख़त्म।

लेकिन अपने भाईओ को ढूंढ़ते-ढूंढ़ते सिव वह आ जाता है। जब सिव अपने भाईओ को एक गहरे गड्डे में गिरा देख बोलता है की, भैया आप इस गड्डे में कैसे गिर गए।

मिउ और टिव ग़ुस्से से बोलते है। अरे सिव सिर्फ बाते मत करो हमें बचाने के लिए कुछ करो। तो सिव कहता है की भैया मैंने आपको बचाने के लिए एक रस्सी फेंकी है। शायद अपने देखि ही नहीं।

नन्हे सुओरो की करामात

Moral of the Three Little Pigs


सिव ने अपने दोनों भाईओ की जान बचाने के लिए पहिले ही एक पक्की रस्सी निचे फेक दी थी पर मिउ और टिव को इसकी खबर भी नहीं हुई।

मिउ और टिव कहते है की रस्सी फेकने से हिम बहार कैसे आएंगे। (Moral of the Three Little Pigs) तब सिव कहता है की, भैया मेरी शक्ति इतनी नहीं है की मैं आप दोनों को बहार निकाल सकू इसी लिए मैंने माँ को बुलाया है आप लोग रस्सी को पकड़ लीजिये माँ आते ही मैं और माँ आप लोगो को बाहर खींच लेंगे।

little pig story

थोड़ी देर में सिव, टिव और मिउ की माँ आके टिव और मिउ को उस गड्डे से बाहर निकल लेती है। मिउ और टिव बाहर आते ही सिव उन दोनों से खेलने लगता है। मिउ और टिव सिव को समज नहीं पाते की जो हमसे भी छोटा है पर काम करने मैं हमसे भी बड़ा है।

दोस्तों इस हमें ये सिख मिलती है की, जो शरारत करते है ओ हमेशा गलत नहीं होते। कभी कभी ओ हुशारी से अपना काम भी करते है।

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