moral stories in hindi || BLESSING GURU || छोटी बच्ची की भक्ति

मेरा भारत महान - Moral Stories in Hindi - BLESSING GURU

Moral Stories in Hindi भारत देश जैसा देश पूरी दुनिया में नहीं है। अमेरिका, फ़्रांस, जापान, इटली इन बडे बड़े देशोंने भारत से भले ही चार पट से ज्यादा बिजनेस किया हो।


Moral Stories in Hindi


भारत देश की, संस्कृति को कोई भी बड़ा देश हरा नहीं सकता। क्यों की, भारत देश में बहुत से उत्साह होते है। जैसे की, होली, दिवाली, वटपौर्णिमा, गणपति उत्साह, देवी उत्साह ऐसे बहुत सारे तेव्हार होते है। इन तेव्हार पर बहुत सारे लोग उपवास करते है।

कुछ औरते ऐसे उपवास करती है। की पूरा पूरा दिन सिर्फ पानी पर निकल देती है। अब इन बड़े देशो में ऐसे उपवास करने का फेस्टिवल रखना चाहिए। इन में से कोई भी टिक नहीं पायेगा। क्यों की, उन लोगो को हर दम खाने को लगता है।

भारत की संस्कृति - BLESSING GURU

Moral Stories in Hindi बड़े देश हमें भले ही व्यापार में हरा सकते है। पर हमारी संस्कृति में नहीं। अब हमारे भारत देश की, संस्कृति विदेशो में भी देखने के लिए मिल रही है। इन फेस्टिवल याने की तेव्हार की, वजह से हमें देवी-देवताओ का आशीर्वाद मिलता है।

एक छोटे से गांव में एक छोटी सी लड़की रहती थी। उसका नाम जानकी। जानकी के गांव में बहुत ही पुराना मंदिर था। उस मंदिर में जानकी हर रोज जाती उस जगह की, साफ-सफाई करती और सुघंधित फूलो से भगवान की, पूजा करती थी।

इस काम उम्र में उसकी पूजा और भक्ति देख लोगो को जानकी पर अभिमान होने लगा। जैसे जैसे जानकी बड़ी होने लगी मतलब ओ जवानी की,तरफ अपने कदम बढ़ा रही थी।

BLESSING GURU - छोटी बच्ची की भक्ति

जानकी (Moral Stories in Hindi) स्कूल से आते ही मंदिर में जाती थी। पर उसके माँ-बाप को यह अच्छा नहीं लगता था। इसी लिए ओ हर वक़्त जानकी को समझाते थे। पर जानकी अपने माँ-बाप की, एक ना सुनती। जानकी की, भगवान पर अटूट भक्ति देख लोगो को अचंबा होता था और उनके मन भर आते थे।

जानकी हर वक़्त गांव वालो के विषयो में रहती थी। अक्सर गांव वाले कहते थे की, जानकीने ऐसी भक्ति गुरु देव की है ना। वैसी भक्ति कोई नहीं कर सकता। जानकीने पूरी तेरा साल तक गुरुदेव की अटूट भक्ति की, पर अभी जानकी पूरी तरह जवान हो चुकी थी। फिर भी जानकी मंदिर जाती वहा की,साफ सफाई करती।

पूजा के फूल भगवान को अर्पण करती। और भक्ति में खो जाती। गांव के कुछ छिछोरे लड़के जानकी के पीछे आते। कुछ सिटी बजाते। एक दिन जानकी के पिता ये सब देख लेते है। थोड़ी देर से आने के बाद जानकी के पिता बड़े ही प्यार से पूछते है।

भगवान के प्रति लगाव

जानकी Moral Stories in Hindi बेटा आज कुछ हुआ है क्या ? तब जानकी डर के मरे कह देती है। की, नहीं "बाबा " तभी जानकी के बाबा ग़ुस्से से बोले। झूट बोलती हो। शर्म नहीं आती तुम्हे झूट बोलते हुए। आज मेने जो देखा ओ बहुत ही शर्म की बात थी। उन लड़को ने कुछ कर दिया तो ? तुझसे शादी कोण करेगा। ये अब नहीं चलेगा।


कल से तुम उस मंदिर में नहीं जाओगी। तभी जानकी रोते रोते कहती है की "बाबा" मुझे उन लड़को से बहुत डर लगता है। पर गुरुदेव की भक्ति के सिवा मुझे कुछ सुचता नहीं। और रह भी नहीं जाता। इसी लिए आप मुझे मंदिर जाने की रोख लगाए।


पर जानकी के पापा ने एक ना सुनी और जानकी को एक रूम में बंद कर दिया। जानकी रोती रही। रात ज्यादा होने के कारण जानकी रोते रोते ही सो गई। जानकी की, सेवा और भक्ति देख गुरुदेव बहुत ही प्रसन्न हुए थे। इसी लिए गुरुदेव रात में जानकी के सपने में आ के दर्शन दिए और पूछा की, जानकी तुम्हे क्या चाहिए।

पूजा पाठ करनेसे पूरी होगी मन की इच्छा

जानकी कहती है की Moral Stories in Hindi गुरुदेव मुझे तो कुछ नहीं चाहिए। पर मेरे बाबा - आई को खुश रखना। उनकी जो भी इच्छा हो पूरी हो जाये। गुरुदेव कहते है की, और तुम्हे कुछ नहीं चाहिए। "नहीं " जानकी कहती है। तब गुरुदेव कहते है की में तुम्हारी भक्ति पर बहुत ही खुश हु इसी लिए में तुम्हे और सम्पूर्ण मानव जाती को एक वरदान देता हु।

गुरुदेव ने सम्पूर्ण मानव जाती को कहा की , जो कोई इंसान मेरी पूरी भक्ति से पूजा करेगा। गुरुवार के उपवास करेगा। उस लड़के को, या लड़की को मन चाह वधु या वर मिलेगा। पैसो की अपार संपत्ति मिलेगी। इस प्रकार जानकी को गुरुदेव का दर्शन मिला और मानव जाती के लिए संपत्ती के दरवाजे खुल गए।

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