भारत के साधु-संत - Sadhu ki Pathshala
भारत देश के (Sadhu ki Pathshala) साधु-संत कहते है की, जो लोग पुण्य करते है ! उन्हें स्वर्ग मिलता है! पर जो लोग पाप करते है! उन्हें नर्क मिलता है! पर कुछ मुर्ख लोग कहते है की, स्वर्ग और नर्क किसने देखा ! फिर भी उस पुण्य का इतना प्रचार क्यों करना ! भारत के सभी साधु - संतो को मेरा प्रणाम और भारत की संस्कृति को संभाल कर रखने वाले भारत वासिओ को सलाम!
स्वर्ग आराम करने की जगह नहीं, और स्वर्ग आपके बड़े - बड़े बगले की तरह भी नहीं होता! क्यों की, स्वर्ग में हम लोगो में क्रोध, लालसा, अहंकार,गर्व इनमे से कुछ भी नहीं रहता है! स्वर्ग में तो सभी पुण्य आत्माये वास् करती है! स्वर्ग का वर्णन करने जाये तो ऐसा लगता है की, हम लोग उस जगह होने चाहिए!
उस जगह पुण्य महर्षि संत को घास के बने हुए झोपड़िया और भोजन में पंचपकवान रहते है! उस जगह के गुरु ज्ञानी और परम शक्तिशाली रहते है! स्वर्ग में जो भी संत रहते है! उन लोगोने अपने प्रेम से घर की दीवारे बनाई हुई रहती है! स्वर्ग में सुन्दर ऐसी बाग उस जगह की, नदिया जैसे दूध के झरे बहते है!
स्वर्ग कैसा होता है - Sant
स्वर्ग में जितने (Sadhu ki Pathshala) भी ज्ञानी महर्षि रहते है ओ शक्तिशाली रहते है! स्वर्ग में दुःख, चिंता ऐसी कई समस्या नहीं रहती! स्वर्ग में शिष्यों को मानव कल्याण के विशेष पाठ पढ़ाये जाते है! गुरु बताते है की, दुनिया में कोई बड़ा या छोटा नहीं!
दुनिया में मानव धर्म से कोई धर्म बड़ा नहीं! जो इंसान सभी गरीब-दुर्बल इंसानो और जानवर जीवो पर प्रेम करता है! उस इंसान को मानवता का सच्चा अर्थ और धर्म समज में आता है! स्वर्ग गुरु सभी वंश जाती को शांत और एकाग्र रहने की, शिक्षा देते है! क्यों की, जो शांत रहता है!
उसमे ज्वालामुखी का अंकुर रहता है! कुछ लोग कहते है! स्वर्ग लोग से तो अच्छा मानव लोग है! पर मुझसे कोई पूछता तो में उसे कहता की Sadhu ki Pathshala मानव लोग से स्वर्ग लोग अच्छा है! क्यों की, मानव लोग में बेरोजगारी, चिंताए, दुःख,गुस्सा, अहंकार, गर्व ऐसी कई चीजे मानव को सहन करनी पड़ती है!
पर स्वर्ग लोग में गुरु,शिष्य को दुःख क्या होता है और अहंकार किसे कहते है! ये उन्हें मालूम ही नहीं रहता! क्यों की, वह पर सदा ख़ुशी का माहौल रहता है! स्वर्ग लोग में उम्र सीमा कभी तय नहीं होती! भारत देश में साधु-संत सत्य और अहिंसा का मार्ग दिखते है! इंसान को सुख का मार्ग भी साधु - संत ही दिखते है!
इंसानों की मूर्खता - Sadhu Sant
कुछ साधु संत (Sadhu ki Pathshala) के प्रवचन पाप - पुण्य के दर्शन करवाते है! और इंसानो को सच्चे धर्म की शिक्षा देते है! साधु-संत स्वर्ग में जाने के लिए सटीक मार्ग दिखते है! फिर भी इंसानो की पापी बुद्धि उसको खून, बलात्कार, पैसो की हेरा फेरी ये सब और इस से अधिक पाप मानव की पापी बुद्धि कर देती है!
इसी लिए उसे नर्क में ही जाने का वरदान मिलता है! इंसान को सच्चा सुख भोगना है! तो उसे जानवरो और पेड़ पौधो की, रक्षा करनी चाहिए! तभी इंसानो को सच्चा सुख मिल सकता है!
एक टिप्पणी भेजें