Truck Accident - Road Accident - मैंने देखी हुई दुर्घटना
हम (Truck Accident) लोग हमारे जीवन में आनंददाई जीवन जीने के लिए आते है! फिर उस जीवन में कुछ अच्छी चीजे और कुछ बुरी चीजे हमें अनुभव करने को मिलती है! जन्म के बाद हम लोग खेल-कूद, शिक्षा, नौकरी, शादी और कई ऐसी चीजे हमें करणी पड़ती है! पर हमे हमारे तरीके से कुछ करना होता है! पर हम हमारे मन से कुछ कर नहीं पाते ! क्यों की, उस चीज में हमारी गरीबी अड़े जाती है! या फिर हमारे मन की स्थितिः
'मैंने देखी हुई दुर्घटना' आजसे में १८-१९ साल पीछे गया तो ओ दुर्घटना मेरे आँखों के सामने खड़ी रहती है! लोग बहुत से हादसे देख कर भूल जाते है! पर मेरे साथ ऐसा कुछ हुआ नहीं क्यों की, मुझे ना भूलने की थोड़ी बिमारी थी! इसी लिए कोई भी हादसा देखता तो मुझे ओ भूलने के लिए मुझे बहुत सारा समय लग जाता!
मेरी ये न भूलने वाली आदत मुझे कभी कबार बीमार भी कर देती थी! पर आदत ऐसी चीज है की, एक बार लग जाये तो बदली जा नहीं सकती! मेरा भी कुछ ऐसा ही हाल था! न भूलने की, आदत से मुझे एक बार कोई घटना दिख जाये तो में भूल नहीं पता!
मैंने देखी हुई दुर्घटना - Truck Accident
ऐसी ही एक (Truck Accident) घटना आज भी मेरे मन में है! ओ हादसा मैंने बहुत भूलने की कोशिस की, पर ओ ज्यादा याद आने लगती! इसी लिए मैंने सोचना ही छोड़ दिया! पर आज में आप लोगो के साथ ओ चीज शेअर करने की इच्छा हुई! एक दिन में मेरे रोज के टाइम पे स्कूल जा रहा था!
जिस प्रकार सभी को दोस्त रहते है! उसी प्रकार मुझे भी थे! हम जितने भी दोस्त थे सभी एक दूसरे को छोड़ कर स्कूल जाते ही नहीं! पर कुछ कारणों से या फिर कुछ उत्साह या फिर कोई बिमार होने से हमारे दो-तीन दोस्त घर में रह जाते ! पर उस दिन कुछ ऐसा नहीं हुआ!
हम सब दोस्त स्कूल के लिए जा रहे थे! हम लोग रस्ते से कभी शांत जाते नहीं थे! हमारी मस्ती घर से बाहर जाते ही चालू हो जाती! उस समय हम सब आठवीं कक्षा में थे! हमारे सर हमें हमेशा कहते थे की, बच्चों हमेशा रोड के बाई और से चलो! पर हमें हमारी जवानी की वजह से बोलो या फिर हमारे मस्तीखोर स्वभावसे हम किसी की सुनते नहीं थे!
मस्ती का अंजाम - Road Accident
पर हमारे (Truck Accident) सर का कहना एक दिन सच हो गया! हमारे जैसे कुछ मस्तीखोर लड़के एक-दूसरे को धक्का दे के चल रहे थे! यह उनका मस्ती करने का स्टाइल होगा या फिर उनकी ओ रोज की, आदत होगी! पर इस आदत से आज इसी क्षण क्या होगा इसकी जानकारी किसी को नहीं थी! आज भी यह घटना हमारे दोस्तों में बैठ के बोली जाती है!
उसका एक-एक क्षण सभी के आँखो के सामने आ जाता है! उन लड़को की, वजह से एक १२-१३ साल के लड़के की मौत हो गई थी! पर उस लड़के की मौत सोच समझकर किया नहीं था! ओ तो अचानक से हो गया था! जिस लड़के की मौत हो गई थी! ओ लड़का हमारी ही क्लास का एक हुशार विद्यार्थी था! जीवन का अनुभव लेने के लिए ओ कभी भी तैयार रहता था!
हम उसे प्रेम से और मस्ती-मजाक में नरशामरुति कहते थे! पर उसका असली नाम प्रदीप था! प्रदीप हररोज अपने दोस्तों को हसता और मजाक करता था! इसी कारण से प्रदीप के दोस्तों में लड़के और लड़किया बहुत सारे थे! पर ओ दिन हमारे दोस्त का लास्ट का था! फिर ओ तक़दीर का एक भाग था या फिर मस्ती करने का परिणाम! ये तो हमें कुछ मालूम नहीं था!
क्लास का हुशार लड़का - Truck Accident - Road Accident
क्लास का लास्ट का पीरियड चल रहा था! हमारे सर हमसे सवाल पूछ रहे थे! पर हम प्रदीप जैसे हुशार नहीं थे (Truck Accident) फिर भी हम लोग कुछ प्रश्नो का जवाब देते थे! क्यों की, प्रदीप हमारे पीछे ही बैठता था और पिछेसे धीरे से जवाब बताता था! इसी लिए हम लोग भी क्लास में हुशार विद्यार्थी थे! सर की, सवालों का वॉर ख़त्म हुआ और उसी वक़्त स्कूल की, छुट्टी हो गई! और सभी स्कूल की गेट की,और भागने लगे!
प्रदीप, रवि, अमर, समीर, गोविन्द हे पांच पांडव की तरह दोस्त थे! हर रोज दंगा-मस्ती करना! ये उनका रोज का गुणधर्म था! पर उस दिन ये मस्ती उनके लिए घातक बन गया! प्रदीप और रवि एक लड़की के बारे में बोल रहे थे! उनका विषय ऐसा था की, उस लड़की को कोण पसंद है प्रदीप या रवि? इस पर प्रदीप और रवि बोल रहे थे! रवि बोला की, ये देख प्रदीप रानी सिर्फ मुझसे प्यार करती है! और तुम हम दोनों के बिच में आ रहे हो!
तब प्रदीप बोला की, अरे मेरे भाई रानी तो सिर्फ मुझसे ही बोलती है! उसको किसी भी सवाल में जवाब चाहिए तो ओ मुझसे ही पूछती है! इससे यह साबित होता है की, रानी मुझसे ही प्यार करती है! इस तू-तू, में-में में दोनों में धक्का-बुक्की हो गई! इस धक्का बुक्की में आगे क्या होगा!
दोस्तों को गाली-गलोच - मैंने देखी हुई दुर्घटना
इस के बारे में कोई नहीं जानते थे! पर मस्ती में धक्का देने से रवि रोड (Truck Accident) पर जा गिरा! उसके गिरने से सभी लड़के लड़किया रवि पर हसने लगी! इसी लिए रवि को इस बात का बहुत ग़ुस्सा आया! और रविने प्रदीप को एक जोरदार चाटा मार दिया! प्रदीप को यह मालूम नहीं था की, मेरा दोस्त इतनीसी बात को लेकर ग़ुस्सा हो जायेगा!
प्रदीप शांत स्वभाव का था! इसी लिए प्रदीप ने रवि के पास माफी मांग ली! पर रवि को इतना ग़ुस्सा आया था की, ओ प्रदीप की बात सुन ही नहीं रहा था! रस्ते पर गाड़ियों की भीड़ ज्यादा होने की वजह से एक भी गाड़ी ठहरने को तैयार नहीं थी!
रवि ये सब भूल कर प्रदीप को गाली - गलोच करने लगा! इस वजह से प्रदीप को भी ग़ुस्सा आ गया! और उसने भी रवि के दोनों गाल पर चाटा जड़ दिया! इसकी वजह से दोनों में जंग हो गई! ओ देखने के लिए हजोरो लोग तमाश गिर की तरह देखने लगे! पर एकहि आदमी ने उन दोनों को रोकाने का प्रयास नहीं किया?
हम सभी दोस्तों ने उन दोनों को रोकने का बहुत प्रयास किया पर ओ कामियाब नहीं हुआ! रविने अपने शरीर की शक्ति का उपयोग करके प्रदीप को ट्रैफिक में फेक दिया! इसकी वजह से प्रदीप को बहुत सी जगह पर लग गई! पर तभी एक लोडिंग टेम्पो आ रहा था!
ग़ुस्सा करने का अंजाम - Truck Accident - Road Accident
प्रदीप को (Truck Accident) लगने के कारन ओ भी चीड़ गया और एक शेर की तरह प्रदीप ने रवि के ऊपर झेप ले ली! और तभी ऐसा कुछ हुआ की, रवि ने प्रदीप को न मारते हुए पीछे हो गया! इसी लिए प्रदीप और ग़ुस्सा हो गया और जोर जोरसे गालिया देने लगा! और बोलने लगा अरे गांडू अगर तेरे में हिम्मत है तो मार मुझे आज तुझे में दिखता हु! तब प्रदीप ने दूसरी बार उसके ऊपर कूदा पर दोनों ये भूल थे की, लोडिंग टेम्पो कभी भी भी ब्रेक नहीं लगता है!
कुछ क्षणों में ऐसा हुआ की, रविने प्रदीप न रोकते हुए निचे बैठ गया! प्रदीप की कूदने की और लोडिंग टेम्पो की एक ही टाइमिंग होने के कारन लोडिंग टेम्पोने प्रदीप को ऐसा उड़ाया की, प्रदीप का एक पाव धड़ से अलग हो गया! प्रदीप को बचाने के चक्कर में लोडिंग टेम्पो वाले ने इतनी जोर से ब्रेक लगाई की लोडिंग टेम्पो तीन-चार बार पलट गया!
बाद में कुछ लोग लोडिंग टेम्पो के पास गए और देखा की, टेम्पो चलाने वाला उसी जगह मर गया था! और इधर प्रदीप! इस (Truck Accident) दुर्घटना में चार लोग मर गए! प्रदीप तो टेम्पो की धड़क लगने से मर गया! टेम्पो की जोर से ब्रेक लगाने के कारण लोडिंग टेम्पो एक मोटर स्वार के ऊपर जाकर गिरा ! उसपर दो आदमी जा रहे थे ! ओ भी इस दुर्घटना का शिकार हो गए!
मेरे जीवन में ये दुर्घटना मुझे आज भी याद है! इस दुर्घटना में किसी का भाई मरा तो किसी का बेटा ! यह दुर्घटना इतनी बड़ी थी की, इसका असर पुरे शहर पर पड़ा ! सभी लोग यह सोच रहे थे की, ये हुआ तो, हुआ कैसे? मस्ती-मजाक ये थोड़ी देर तक होना चाहिए! पर कभी उसका प्रमाण बढ़ गया तो इंसान क्या करेगा उसका भरोसा नहीं!
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